टेलीफोन का इतिहास और आविष्कार। HISTORY AND INVENTION OF TELEPHONE.
दोस्तों जिस तरह समय गुजरता जा रहा है टेक्नोलॉजी भी एडवांस होती जा रही है और मौजूदा समय की बात करें तो टेक्नोलॉजी पहले से काफी बदल भी गई है या फिर हम कह सकते हैं कि पहले से कहीं बेहतर हो गई है अगर हम मोबाइल फोन को ही देखें तो आज हर कोई मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है लेकिन अगर आज भी आप किसी ऑफिस में जाएंगे या फिर आपको कई ऐसे घर देखने को मिल जाएंगे जहां लोग आज भी टेलीफोन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं और हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि टेलीफोन ही वह डि है जिसके आविष्कार के बाद दुनिया में संचार के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्रांति आ गई वैसे कभी ना कभी आपके मन में भी टेलीफोन देखकर यह सवाल जरूर आया होगा कि कौन सी वह सदी थी जब टेलीफोन का जन्म हुआ था किसने की थी फोन पर हेलो बोलने की शुरुआत और दुनिया का पहला टेलीफोन किसने और कब बनाया था दोस्तों यह वह सवाल हैं जिनके जवाब हो सकता है आप में से कइयों को पता भी हो लेकिन मैं आपको बता दूं कि अपनी आज की इस वीडियो में मैं आपको ना सिर्फ टेलीफोन के के आविष्कार किसने किया यह बताने वाला हूं बल्कि साथ में टेलीफोन से जुड़े कई ऐसे फैक्ट्स के बारे में बताने वाला हूं जिसके बारे में शायद ही आप में से पहले कभी किसी को पता हो तो वीडियो काफी ज्यादा इंटरेस्टिंग होने वाली है सो दोस्तों अगर
आप भी टेलीफोन के इतिहास के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे साथ इस वीडियो में अंत तक बने रहिएगा दोस्तों सबसे पहले तो आप यह जान लीजिए कि किसी भी इन्वेंशन के पीछे अगर हम सिर्फ किसी एक व्यक्ति का नाम लेते हैं तो यह सीधे तौर पर जाती है क्योंकि किसी भी इन्वेंशन को फल बनाने में बहुत सारे लोगों का योगदान होता है फिर चाहे वह टेलीफोन का आविष्कार हो साइकिल का आविष्कार हो या फिर इलेक्ट्रिसिटी का वैसे मैं आपको याद दिला दूं कि साइकिल और इलेक्ट्रिसिटी के इन्वेंशन की कहानी मैं अपनी पिछली वीडियोस में लेकर आ चुका हूं
जिसका लिंक मैंने डिस्क्रिप्शन में दे रखा है आप चाहे तो उन वीडियोस को वहां से भी देख सकते हैं खैर वापस से अपने टॉपिक पर आते हैं मैं आपको बता दूं टेलीफोन के आविष्कार से लेकर उसके पीछे के इतिहास तक मेनली तीन लोगों का नाम आता है एंटोनियो म्यूको एलिशा ग्रे और एलेग्जेंडर ग्राहम बेल वैसे इन तीनों में से टेलीफोन का आविष्कार सबसे पहले किसने किया था इस बात पर आज भी वैज्ञानिकों के बीच मतभेद है वेल मुझे पता है यहां आप में से बहुत से लोग सोच रहे होंगे कि हम सब ने तो किताबों में पढ़ा है कि एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने ही टेलीफोन का आविष्कार किया है फिर यहां मतभेद कैसा है तो दोस्तों दरअसल टेलीफोन के आविष्कार के पीछे ग्राहम बेल का नाम इसलिए किताबों में शामिल किया गया है क्योंकि उन्होंने ही सबसे पहले 10 मार्च 187 को टेलीफोन के आविष्कार का पेटेंट
अपने नाम कराया था जिससे एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ऑफिशियल इसके आविष्कारक बन गए हालांकि ग्राहम बेल से बहुत पहले ही 1667 में रॉबर्ट हुक ने स्ट्रिंग टेलीफोन का इन्वेंशन कर लिया था इस तरह के टेलीफोन में जो साउंड वेव्स होते हैं वह स्ट्रिंग के मैकेनिकल वाइब्रेशन से वन साइड से अनदर साइड ट्रांसफर होते हैं वेल बचपन में आपने भी दो कप्स को स्ट्रिंग के थ्रू आपस में जोड़कर टेलीफोन टेलीफोन का खेल तो जरूर खेला होगा वैसे आप में से किस किसने इस खेल को खेला है कमेंट बॉक्स में यस लिखकर हमें जरूर बताएं रॉबर्ट हुक के बाद साल 1816 में फ्रांसिस रोनाल्ड्स ने दुनिया का पहला वर्किंग इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ बनाया था लेकिन इसमें कई सारी कमियां थी सबसे पहली और सबसे बड़ी कमी इसमें यह थी कि इस इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ में मैसेज को सिर्फ कोड के रूप में ही लंबी दूरी तक भेजा जा सकता था दूसरी जो बड़ी कमी थी कि इसमें सिर्फ एक बार में एक ही मैसेज को भेजा जा सकता था इन कमियों को देखते हुए लोगों ने रॉबर्ट के इस इन्वेंशन को कुछ खास पसंद नहीं किया रॉबर्ट हुक के बाद साल 18611 में जर्मन इंजीनियर जोहन फिलिप रेस ने एक नया डिवाइस बनाया जो साउंड का ट्रांसमिशन करता था दोस्तों यही वह डिवाइस है जिसे पहली बार टेलीफोन के नाम से पुकारा गया था हालांकि इस डिवाइस में भी कमियां कम नहीं थी जहां एक तरफ इसकी साउंड क्वालिटी खराब थी तो वहीं दूसरी तरफ इसमें सिर्फ एक साइड से ही मैसेज को यानी कि साउंड को भेजा जा सकता था इन कमियों को देखते हुए यह डिवाइस भी लोगों को कुछ खास रास नहीं आई इसके बाद साल 187 1 में इटली के रिसर्चर एंटोनियो मको ने भी एक डिवाइस बनाई जो टेलीफोन से काफी मिलती-जुलती थी लेकिन उनकी बनाई डिवाइस भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाई इवन एंटोनियो म्यूको ने तो अपनी इस डिवाइस को पेटेंट कराने तक का प्लान बना लिया था लेकिन उनके पेटेंट को उस समय लोगों के लिए यूजलेस मानकर रिजेक्ट कर दिया गया दोस्तों
एक तरफ जहां एंटोनियो के डिवाइस को रिजेक्ट किया जा रहा था वहीं धरती के दूसरे कोने में अलेक्जेंडर ग्राहम बेल नाम के एक महान साइंटिस्ट इतिहास रचने के लिए तैयार थे 1847 में स्कॉटलैंड में जन्मे अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का बचपन से ही साइंस ऑफ साउंड में काफी इंटरेस्ट था दरअसल ग्राहम बेल की मां और पत्नी दोनों बहरी थी जिस वजह से वो साइंस ऑफ साउंड में काफी इंटरेस्ट रखते थे ग्राहम बेल को पूरा यकीन था कि टेलीग्राफ तार के थ्रू साउंड के सिग्नल को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता है इसलिए उन्होंने इस पर रिसर्च करना शुरू कर दिया रिसर्च के समय उन्होंने अपने साथ एक असिस्टेंट को भी रखा था जिसका नाम थॉमस ए वाटसन था थॉमस ए वाटसन ने टेलीफोन की खोज में ग्राम बेल की काफी मदद की थी 187 का साल था जब ग्राहम बिल अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट्स व वायर्स को जोड़ने में लगे हुए थे ताकि उन्हें वायर्स के जरिए साउंड ट्रांसमिशन में सफलता मिल सके पर लाख कोशिशों के बाद भी वह इसमें कामयाब नहीं हो पा रहे थे 10 मार्च 187 6 को ग्राम बेल अपने कमरे में थे और उनके असिस्टेंट वाटसन सेकंड फ्लोर पर अपना काम कर रहे थे तभी अचानक से काम करते वक्त ग्राहम बेल की पेंट पर हल्का सा एसिड गिर गया ग्राहम बेल ने वाटसन को मदद के लिए पुकारा कहा जाता है कि उस समय वाटसन ने ग्राहम बेल की आवाज को अपने पास रखे डिवाइस में से आते हुए सुना था दोस्तों फिर क्या था तभी से यह कहानी इतिहास बन गई ग्राहम बेल और वाटसन की इस बातचीत को टेलीफोन पर की गई पहली बातचीत माना गया जिसमें ग्राहम बेल अपने असिस्टेंट वाटसन को पुकारते हुए कहता है मिस्टर वाटसन कम हियर आई वांट टू सी यू दोस्तों टेलीफोन की खोज के तुरंत बाद एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने इसका पेटेंट करवा लिया था और इसके बाद
18777 का समय था जब एक कॉन्टिनेंट से दूसरे कॉन्टिनेंट में पहला टेलीफोन कॉल हुआ था और इस बार भी कॉल पर एलेक्जेंडर ग्राबेल ने थॉमस वाटसन से ही बात की थी कहा जाता है कि ग्राहम बेल उस समय अमेरिका के ईस्ट कोस्ट पर बसे न्यूयॉर्क सिटी में थे और थॉमस वाटसन वेस्टर्न कोस्ट पर बसे सेंट फ्रांसिस्को शहर में थे दोस्तों ग्राहम बेल बचपन से ही काफी ज्यादा टैलेंटेड थे आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने महज 13 साल की उम्र में ही अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट कर लिया था इवन एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने ना सिर्फ टेलीफोन की खोज की बल्कि उन्होंने डूर बेल ऑप्टिकल फाइबर सिस्टम फोटोफोन मेटल डिटेक्टर डेसिमल यूनिट जैसे अन्य कई इन्वेंशन भी किए हैं ग्राहम बेल जब 23 साल के थे तो उन्होंने एक ऐसा पियानो भी बनाया था जिसकी आवाज काफी दूर तक सुनी जा सकती थी एलेग्जेंडर ग्राहम बेल एक महान साइंटिस्ट थे उनकी मृत्यु 75 साल की उम्र में 2 अगस्त 1922 को एक बीमारी की वजह से हो गई थी उनके मृत्यु के बाद पूरे उत्तरी अमेरिका की सभी टेलीफोन लाइनों को एलेग्जेंडर ग्राहम बेल के सम्मान के रूप में 2 मिनट के लिए बंद कर दिया गया था
दोस्तों ग्राहम बेल द्वारा टेलीफोन के आविष्कार के बाद कई वैज्ञानिकों ने सामने आकर यह दावा किया था कि ग्राह बेल से पहले उन्होंने टेलीफोन का आविष्कार कर दिया था उन वैज्ञानिकों में से ही एक एलिशा ग्रे भी थे यह बात 10 मार्च 187 6 की है जब एलिशा ग्रे ने टेलीफोन के आविष्कार को अपने नाम पेटेंट कराने के लिए पेटेंट कार्यालय में आवेदन दिया उस समय उन्हें अचानक से यह पता चला कि कुछ ही घंटे पहले किसी और ने इस आविष्कार को अपने नाम कर लिया है जो कोई और नहीं बल्कि एलेक्जेंडर ग्राहम बेल थे कहा जाता है कि इसके बाद एलिशा ग्रे ग्राहम बेल को कोर्ट में भी लेकर गई थी जहां काफी दिनों तक उनका मुकदमा भी चला था जिसमें एलिशा ग्रे ने ग्राहम बेल पर चोरी का आरोप लगाया था पर
अंत में सबूत को देखते हुए कोर्ट ने ग्राहम बेल के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था दोस्तों टेलीफोन और ग्राहम बेल के बारे में इतना सब कुछ जानने के बाद भी यहां एक सवाल अभी भी हमारा बना हुआ है कि आखिर टेलीफोन पर हेलो बोलने की शुरुआत किसने की थी वैसे दोस्तों अगर देखा जाए तो इस सवाल के जवाब में आपको कई सारी कहानियां इंटरनेट पर पढ़ने को मिल जाएंगी लेकिन जब हम हकीकत से रू रू होते हैं तो हमें पता चलता है कि टेलीफोन के आविष्कार के बाद शुरुआती दौर में लोग टेलीफोन पर हेलो की जगह आर यू देयर कहा करते थे ताकि लोग क्लियर कर सकें कि सामने वाला उनकी आवाज सुन पा रहा है या नहीं लेकिन अमेरिकन साइंटिस्ट थॉमस एडिसन को इतना लंबा सेंटेंस बोलना पसंद नहीं था इसलिए उन्होंने उस समय हाला बोलना शुरू किया और आगे जाकर हाला से ही हेलो निकला दरअसल ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार हाला शब्द पुराने फ्रांसीसी या जर्मन शब्द होला से इन्वेंट हुआ है होला का मतलब होता है कैसे हो समय के साथ जब लोगों के बोलने के लहजे बदले तो लोगों ने होला से हाला और हाला से हेलो बोलना शुरू कर दिया तो दोस्तों इस वीडियो में फिलहाल इतना ही उम्मीद है आपको आज की यह वीडियो काफी पसंद आई होगी अगर हां तो इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेयर जरूर करें और ऐसे
ही अमेजिंग और इंटरेस्टिंग फैक्ट्स वीडियोस देखते रहने के लिए चैनल को लाइक करें सब्सक्राइब करें और घंटी वाले बेल आइकन को भी जरूर दबा दें ताकि हमारे आने वाले वीडियोस आप मिस ना करें मिलते हैं फिर किसी वीडियो में नए टॉपिक के साथ तब तक के लिए नमस्कार
